देश के उत्तर से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण मध्यप्रदेश में ठंड का असर तेजी से बढ़ गया है। सोमवार को राजधानी भोपाल सहित इंदौर, राजगढ़, विदिशा, खंडवा, शहडोल और नरसिंहपुर में शीतलहर और कभी-कभी तीव्र शीतलहर का प्रभाव देखा गया, जिससे लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ा।
प्रदेश में न्यूनतम तापमान शहडोल के कल्याणपुर में 4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि दिन का अधिकतम तापमान छिंदवाड़ा में 28.2 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार फिलहाल उत्तर पाकिस्तान के मध्य में एक पश्चिमी विक्षोभ द्रोणिका के रूप में सक्रिय है।
अगले 4 दिन तक मौसम इसी तरह रहेगा
पूर्वोत्तर भारत के ऊपर 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर 213 किमी/घंटा की रफ्तार से उपोष्ण पश्चिमी जेट स्ट्रीम हवाएं बह रही हैं। मौसम केंद्र के अनुसार, अगले चार दिनों तक प्रदेश का मौसम इसी तरह ठंडा बना रहेगा। न्यूनतम तापमान में और गिरावट की संभावना है, जबकि अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा।
13 दिसंबर से एक नया कमजोर पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है। इसके असर से हवाओं का रुख बदलने पर तापमान में हल्की बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन 11 दिसंबर तक अधिकांश जिलों में ठिठुरन जारी रहने की संभावना है।
अगले 24 घंटों में भोपाल, विदिशा, राजगढ़, इंदौर, शाजापुर, शहडोल, जबलपुर और सिवनी जिलों में शीतलहर की चेतावनी जारी की गई है।